दो कहानियाँ और मुख्यधारा की मीडिया के दो अलग-अलग मापदंड
दोनों कहानियों में, महिला या तो ‘खलनायक’ है या ‘नायिका’, यह इस बात पर निर्भर करता है कि उसने क्या […]
दोनों कहानियों में, महिला या तो ‘खलनायक’ है या ‘नायिका’, यह इस बात पर निर्भर करता है कि उसने क्या […]
उच्च न्यायालय द्वारा मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) के रूप में मान्यता दिए जाने के बाद से मणिपुर में
गत 28 मई (2023) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के नए भवन का उद्घाटन किया. यह भवन पुराने भवन
वेस्ट बंगाल के बीजेपी लीडर दशरथ तिरकी हो या झारखण्ड के बाबुलाल मरांडी, सबको आदिवासी महिलाओं का अब ख्याल आया
इस साल (2023) बाबासाहेब आंबेडकर की 132वीं जयंती पिछले वर्षों की तुलना में बहुत जोर-शोर से मनाई गई. बड़ी संख्या
राजनीति में ज्यादातर नेता को टाइगर कहलाने का शौक रहता है, पर कुछ ही लोग होते हैं, जिनको जनता ये
जस्टिस राजेंद्र सच्चर ने मुसलमानों को आरक्षण देने की वकालत करती हुई ऐसी रिपोर्ट पेश की जिसे पढ़ कर कोई
हर साल देश में बजट देश की आर्थिक आवश्यकताओं की समीक्षा करने व उनके लिए उचित धन आवंटन करने के
रामलीला मैदान में कांग्रेस की रैली थी। महंगाई के ख़िलाफ़ हल्ला बोल रैली। इस नाम से चैनलों में प्रोग्राम चलते
टर्की की मुद्रा लीरा जीरा हो गई है। डॉलर को सामने देखते ही कांपने लग जाती है। वहां की महंगाई